2024 Rajasthan REET Syllabus: राजस्थान रीट परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए REET का नवीनतम पाठ्यक्रम जारी किया गया है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इस परीक्षा को आयोजित करता है। 27 फरवरी 2025 को राजस्थान रीट लेवल 1 और 2 परीक्षा 2024 होगी। परीक्षा दो बार एक दिन में होगी।
सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक पहली पारी की परीक्षा होगी। दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक दूसरी पारी की परीक्षा होगी। 16 दिसंबर से REET Exam 2024 के लिए आवेदन करना शुरू हो गया है। 15 जनवरी 2025 तक अभ्यर्थी ऑनलाइन रीट फॉर्म भर सकते हैं। अभ्यर्थियों को रीट पात्रता परीक्षा की तैयारी करने के लिए चार से दो महीने का समय मिलता है।
REET Level 1 और REET Level 2 नवीन सिलेबस के आधार पर अभ्यर्थियों को तैयारी करनी चाहिए, ताकि वे REET Exam में बेहतर स्कोर प्राप्त कर सकें। Rajasthan REET Syllabus and Exam Pattern 2024 को समझने के लिए अभ्यर्थी पिछले वर्ष के पेपर भी हल कर सकते हैं, जिससे प्रत्येक पेपर में रिपीट होने वाले महत्वपूर्ण विषयों को समझना आसान होगा।
Rajasthan REET Syllabus 2024 Highlight
Exam Organization | Rajasthan Board of Secondary Education (RBSE) |
Name Of Exam | REET Level 1 & Level 2 |
REET Exam Date 2024 | 27 February 2025 |
Mode Of Exam | Offline |
Negative Marking | NA |
Category | REET New Syllabus |
Rajasthan REET Exam Patterns and Syllabus 2024
राजस्थान रीट टेस्ट 27 फरवरी 2025 को दो अलग-अलग पारियों में ऑफलाइन होगा। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं दी गई है। परीक्षार्थियों को Reet Exam 2025 उत्तीर्ण करना होगा ताकि वे थर्ड ग्रेड टीचर मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकें।
रीट परीक्षा में पासिंग मार्क्स श्रेणीवार निर्धारित किए गए हैं। रीट लेवल 1 और रीट लेवल 2 टेस्ट 150 से 150 अंकों के होंगे। जिसमें 150-150 प्रश्न विभिन्न विषयों (भाषा प्रथम, भाषा द्वितीय, शिक्षा शास्त्र और शिक्षण विधियां) से पूछे जाएंगे। परीक्षार्थियों को दोनों स्तरों पर पेपर करने के लिए दो घंटे तीस मिनट का समय दिया जाएगा।
Rajasthan’s 2024 REET Exam Pattern
- 2024 राजस्थान रीट एग्जाम दो अलग-अलग पारियों में एक ही दिन किया जाएगा।
- रीट पात्रता परीक्षा विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑफलाइन होगी।
- पेपर करने के लिए दोनों लेवलों में अलग-अलग दो दो घंटे और ३० तीस मिनट का समय दिया जाएगा।
- नकारात्मक अंकन भी नहीं मिलेगा अगर आप गलत उत्तर देते हैं या गोले खाली छोड़ते हैं।
- परीक्षार्थियों को राजस्थान तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2025 की मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक मिलने चाहिए।
- यहां फर्स्ट रीट लेवल और सेकंड रीट लेवल के सिलेबस और एग्जाम पैटर्न हैं।
Exam Pattern and Syllabus for REET Level 1
रीट लेवल -1 के परीक्षा पैटर्न और सिलेबस इस प्रकार हैं: उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि आधिकारिक अधिसूचना में अधिक जानकारी देखें।
Exam Pattern for REET Level 1 in 2024
- Mode Of Exam: रीट थर्ड ग्रेड प्राथमिक शिक्षक परीक्षा ऑनलाइन होगी।
- Exam Duration: परीक्षार्थियों को पेपर करने के लिए दो घंटे तीस मिनट का समय दिया जाएगा।
- Negative Marking: परीक्षा में गलत उत्तर देने या गोला खाली छोड़ने पर कोई नकारात्मक अंकन नहीं मिलेगा।
- No. Of Questions: विभिन्न विषयों और चुनी गई भाषा पर 150 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- No. Of Marks: रीट लेवल 1 का पेपर 150 अंकों का होगा, प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक मिलेगा।
Exam Subject | Questions | Marks |
1 बाल विकास एवं शिक्षण विधियां | 30 | 30 |
2 गणित | 30 | 30 |
3 भाषा – 1 | 30 | 30 |
4 भाषा – 2 | 30 | 30 |
5 पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
कुल प्रश्न/ कुल अंक | 150 | 150 |
Level 1 of the Rajasthan REET Syllabus 2024
Rajasthan REET Level-1 Syllabus 2024 में पांच खंडों में 150 प्रश्न होंगे। लेवल 1 में बाल विकास और शिक्षण प्रक्रियाएं, भाषा-I, भाषा-II, गणित और पर्यावरण अध्ययन के विषय शामिल हैं। नीचे Rajasthan Reet Level First Syllabus डाउनलोड करने का direct link दिया गया है। इसके अलावा, इस लेख में टॉपिक के बारे में पूरी जानकारी दी गई है।
(खंड -I)
बाल विकास एवं शिक्षण विधियां
- 1 बाल विकास
- वृद्धि एवं विकास की अवधारणा
- विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धांत
- विकास को प्रभावित करने वाले कारक
- विशेषकर परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में तथा अधिगम से संबंध।
- 2 आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका।
- 3 व्यक्तिगत विभिन्नताएं:
- व्यक्तिगत अंतर का अर्थ
- प्रकार और उसे प्रभावित करने वाले कारक।
- 4 व्यक्तित्व:
- संकल्पना
- प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक व्यक्तित्व का मापन।
- 5 बुद्धि:
- संकल्पना
- सिद्धान्त एवं इसका मापन
- बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
- 6 विविध अधिगमकर्ताओं की समझ:
- पिछड़े
- विमंदित
- प्रतिभाशाली
- सृजनशील
- अलाभान्वित-
- वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
- अधिगम में आने वाली कठिनाइयां
- समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका।
- अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना।
- अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
- अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, संज्ञानवाद, निर्मितिवाद) एवं इनके निहितार्थ।
- बच्चे सीखते कैसे है।
- अधिगम की प्रक्रियाएं।
- चिन्तन, कल्पना एवं तर्क – निर्मितिवाद उपागम, आनुभविक अधिगम, संकल्पना-मानचित्रण, अन्वेषण एवं समस्या समाधान।
- अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ |
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएं, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
- आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य।
- समग्र एवं सतत् मूल्यांकन।
- उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
- सीखने के प्रतिफल।
- क्रियात्मक अनुसन्धान।
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
- 7 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020):
- प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा
- बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान
- स्कूलों में पाठ्यक्रम एवं शिक्षण शास्त्र
- शिक्षक
- समतामूलक एवं समावेशी शिक्षा
- स्कूल शिक्षा के लिए मानक निर्धारण एवं प्रत्यापन
- 8 राजस्थान की समसामयिक बाल कल्याणकारी शैक्षिक योजनाएं इत्यादि।
(खण्ड II Language 1 English)
- Unseen Prose Passage-
- Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution.
- – Unseen Prose Passage
- Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of Comparison.
- – Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols.
- – Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching.
- – Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: Text books, Multi-media Materials and other resources.
- – Continuous and Comprehensive Evaluation, Assessment and Evaluation in
English Language.
(खंड III Language 2 Hindi)
- 1 एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :
- युग्म शब्द
- वाक्याशों के लिए एक शब्द
- उपसर्ग
- प्रत्यय
- संधि
- समास
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रिया
- लिंग
- वचन
- काल
- शब्द शुद्धि।
- 2 एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न:
- भाव सौंदर्य
- विचार सौंदर्य
- नाद सौंदर्य
- शिल्प सौंदर्य
- जीवन दृष्टि
- 3 वाक्य रचना
- वाक्य के अंग
- वाक्य के भेद
- पदबंध
- मुहावरे
- लोकोक्तियां
- कारक चिह्न
- अव्यय
- विराम चिह्न।
- 4 भाषा शिक्षण विधि
- भाषा शिक्षण के उपागम
- भाषायी दक्षता का विकास।
- 5 भाषायी कौशलों का विकास:
- सुनना
- बोलना
- पढ़ना
- लिखना
- शिक्षण अधिगम
- सामग्री पाठय पुस्तक
- बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
- 6 भाषा शिक्षण में मूल्यांकन:
- सुनना
- बोलना
- पढ़ना
- लिखना
- उपलब्धि परीक्षण का निर्माण
- समग्र एवं सतत् मूल्यांकन
- उपचारात्मक शिक्षण।
- 7 राजस्थानी भाषा की सामान्य जानकारी।
(खंड -IV गणित)
- एक करोड़ तक पूर्ण संख्याएँ
- स्थानीय मान
- तुलना
- मौलिक गणितीय संक्रियाएँ
- जोड़
- घटाव
- गुणा और भाग
- भारतीय मुद्रा।
- भिन्न की अवधारणा
- उचित भिन्न
- समान हर वाली उचित भिन्न की तुलना
- मिश्रित भिन्न
- असमान हर वाली उचित भिन्न की तुलना
- भिन्नों का योग और प्रतिस्थापन
- अभाज्य और भाज्य संख्याएँ
- अभाज्य गुणनखंड
- लघुत्तम समापवर्त्य (LCM)
- महत्तम समापवर्तक (HCF)
- एकात्मक नियम
- औसत
- लाभ-हानि
- साधारण ब्याज
- समतल और वक्र सतह
- समतल और ठोस ज्यामितीय आकृतियाँ
- समतल ज्यामितीय आकृतियों के गुण
- बिंदु
- रेखा
- किरण
- रेखाखंड
- कोण और उनके प्रकार।
- लंबाई
- वजन
- धारिता
- समय
- क्षेत्र का मापन और उनकी मानक इकाइयाँ तथा उनके बीच संबंध
- वर्गाकार और आयताकार वस्तुओं के समतल सतहों का क्षेत्रफल और परिमाप
- गणित की प्रकृति/तार्किक चिंतन
- पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
- गणित की भाषा
- सामुदायिक गणित
- डेटा प्रबंधन
- औपचारिक और अनौपचारिक तरीकों से मूल्यांकन
- शिक्षण की समस्याएं
- त्रुटि विश्लेषण
- सीखने और सिखाने के संबंधित पहलू
- निदानात्मक और उपचारात्मक शिक्षण इत्यादि।
(खंड – V पर्यावरण अध्ययन):
- 1 परिवार – आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक दुर्व्यवहार:, बाल विवाह, दहेज प्रथा, बाल श्रम, चोरी।
- दुर्व्यसन: नशा, धूम्रपान एवं इसके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
- 2 वस्त्र एवं आवास: विभिन्न मौसमों के लिए वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हथकरघा एवं विद्युतकरघा, जीवों के आवास, विभिन्न प्रकार के घर, घरों एवं आस-पास के क्षेत्रों की सफाई, घर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्रियां।
- 3 व्यवसाय:
- आस-पास के व्यवसाय:
- कपड़े सिलना
- बागवानी
- खेती
- पशुपालन
- सब्जी विक्रेता।
- लघु एवं कुटीर उद्योग
- राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग
- उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता
- सहकारी समितियां।
- 4 हमारी संस्कृति एवं सभ्यता: राजस्थान के राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय त्यौहार, मेले एवं उत्सव, राजस्थान की पोशाकें एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान , स्थापत्य कला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान पर गर्व करने वाली प्रमुख महान हस्तियां
- 5 राजस्थान की विरासत: किले, महल एवं स्मारक, राजस्थान की चित्रकलाएं, राजस्थान के लोक देवता
- 6 परिवहन एवं संचार:
- परिवहन एवं संचार के साधन
- पैदल यात्रियों एवं परिवहन के लिए नियम
- यातायात प्रतीक
- जीवन शैली पर संचार के साधनों का प्रभाव
- 7 व्यक्तिगत स्वच्छता:
- हमारे शरीर के बाह्य अंग एवं उनकी स्वच्छता
- शरीर के आंतरिक अंगों के बारे में सामान्य जानकारी
- संतुलित आहार एवं उसका महत्व
- सामान्य बीमारियां:
- गैस्ट्रोएन्टेराइटिस
- अमीबायोसिस
- मेथेमोग्लोबिन
- एनीमिया
- फ्लोरोसिस
- मलेरिया
- डेंगू
- बीमारियों के कारण एवं बचाव के तरीके
- पल्स पोलियो अभियान।
- 8 सजीव प्राणी:
- पौधों और जानवरों के संगठन के स्तर
- जीवित जीवों में विविधता
- राज्य पुष्प
- राज्य वृक्ष
- राज्य पक्षी
- राज्य पशु
- आरक्षित वन और वन्य जीवन:
- राष्ट्रीय उद्यान
- अभयारण्य
- बाघ रिजर्व
- विश्व धरोहर का ज्ञान
- पौधों और जानवरों की प्रजातियों का संरक्षण
- कृषि पद्धतियां।
- 9 जल:
- जल
- वन
- आद्रभूमि और रेगिस्तान का मूल ज्ञान
- विभिन्न प्रकार के प्रदूषण और प्रदूषण नियंत्रण
- जल गुण
- स्रोत
- प्रबंधन
- राजस्थान में कलात्मक जल स्रोत
- पेयजल और सिंचाई के स्रोत।
- 10 पृथ्वी और अंतरिक्ष:
- हमारा सौरमंडल
- भारतीय अंतरिक्ष यात्री।
- 11 पर्वतारोहण:
- उपकरण
- समस्याएं
- भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।
- 12 पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एवं संकल्पना:
- पर्यावरण अध्ययन का महत्व
- एकीकृत पर्यावरण अध्ययन
- विज्ञान पर्यावरण अध्ययन
- पर्यावरण शिक्षा
- सिद्धांत सीखना
- दायरा और विज्ञान
- सामाजिक विज्ञान से संबंध।
- 13 पर्यावरण शिक्षाशास्त्र:
- अवधारणाओं को प्रस्तुत करने के तरीके
- गतिविधियां
- प्रयोग
- व्यावहारिक कार्य
- चर्चा
- व्यापक और सतत मूल्यांकन
- शिक्षण सामग्री और सहायता
- शिक्षण की समस्याएँ
- सूचना और संचार प्रौद्योगिकी इत्यादि।
Rajasthan REET Level 2 Syllabus & Pattern 2024
राजस्थान रीट लेवल 2 का एग्जाम पैटर्न और सिलेबस इस प्रकार है।
REET Level 1 Exam Pattern 2024
- Mode Of Exam: राजस्थान रीट लेवल सेकंड टेस्ट ऑफलाइन किया जाएगा।
- Exam Duration: अभ्यर्थियों को परीक्षा करने के लिए दो घंटे तीस मिनट का समय दिया जाएगा।
- Negative Marking: परीक्षा में गलत उत्तर देने या प्रश्न को बिना कोई विकल्प भरें खाली छोड़ने पर भी कोई नकारात्मक अंकन नहीं मिलेगा।
- No. Of Questions: भाषा 1 और 2 सहित अन्य विषयों से कुल 150 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- No. Of Marks: प्रत्येक प्रश्न के लिए रीत लेवल सेकंड का पेपर 150 अंकों का होगा।
Exam Subject | Questions | Marks |
1 बाल विकास एवं शिक्षण विधियां | 30 | 30 |
2 भाषा – 1 (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गुजराती, उर्दू, सिंधी, पंजाबी) | 30 | 30 |
3 भाषा – 2 (हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गुजराती, उर्दू, सिंधी, पंजाबी) | 30 | 30 |
4 गणित और विज्ञान शिक्षक हेतु – IV (अ) गणित एवं विज्ञान विषय OR सामाजिक अध्ययन शिक्षक हेतु – IV (ब) सामाजिक अध्ययन विषय OR अन्य विषय शिक्षक हेतु – IV (अ) अथवा IV (ब) मे से कोई एक | 60 | 60 |
कुल प्रश्न/अंक | 150 | 150 |
Rajasthan REET Syllabus 2024 Level 2
REET Level 2 Syllabus 2024 के अनुसार, परीक्षा में पांच खंडों में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है, जिसमें बाल विकास और शिक्षण विधियां, भाषा-I, भाषा-II, गणित और विज्ञान, और सामाजिक अध्ययन विषयों के बारे में विस्तृत जानकारी यहां दी गई है। नीचे Rajasthan REET Level 2 Syllabus डाउनलोड करने का direct link दिया गया है। साथ ही, RBSE Reet Level 2 Syllabus 2024 की सब्जेक्ट वाईज लिखित जानकारी यहां दी गई है।
(खंड -I: बाल विकास एवं शिक्षण विधियां)
- 1 बाल विकास:
- वृद्धि एवं विकास की अवधारणा
- विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धांत
- विकास को प्रभावित करने वाले कारक
- विशेषकर परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में
- तथा अधिगम से संबंध।
- 2 आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका।
- 3 व्यक्तिगत भिन्नताएं:
- व्यक्तिगत भिन्नता का अर्थ
- प्रकार और उसे प्रभावित करने वाले कारक।
- 4 व्यक्तित्व:
- संकल्पना
- प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक
- व्यक्तित्व का मापन
- 5 बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ
- 6 विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछड़े, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित- वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे, अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।, अधिगम में आने वाली कठिनाइयां, समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका, अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना, अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक
- अधिगम के सिद्धान्त:
- व्यवहारवाद
- गैस्टाल्टवाद
- संज्ञानवाद
- निर्मितिवाद
- एवं इनके निहितार्थ।
- बच्चे कैसे सीखते है?
- अधिगम की प्रक्रियाएँ।
- चिन्तन
- कल्पना एवं तर्क:
- निर्मितिवाद उपागम
- आनुभविक अधिगम
- संकल्पना-मानचित्रण
- अन्वेषण एवं समस्या समाधान।
- अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ
- शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएं
- राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
- आकलन
- मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य।
- समग्र एवं सतत् मूल्यांकन।
- उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
- सीखने के प्रतिफल।
- क्रियात्मक अनुसन्धान।
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।
- 7 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020):
- प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा
- बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान
- स्कूलों में पाठ्यक्रम एवं शिक्षण शास्त्र
- शिक्षक
- समतामूलक एवं समावेशी शिक्षा
- स्कूल शिक्षा के लिए मानक निर्धारण एवं प्रत्यापन
- 8 राजस्थान की समसामयिक बाल कल्याणकारी शैक्षिक योजनाएं इत्यादि।
(खंड – II अंग्रेजी भाषा)
- Unseen Prose Passage-
- Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution.
- – Unseen Prose Passage
- Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of Comparison.
- – Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols.
- – Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching.
- – Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: Text books, Multi-media Materials and other resources.
- – Continuous and Comprehensive Evaluation, Assessment and Evaluation in
Language.
(खंड – III हिंदी भाषा)
- 1 एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न-
- शब्द ज्ञान:
- तत्सम
- तद्भव
- देशज
- विदेशी शब्द
- पर्यायवाची
- विलोम
- एकार्थी शब्द
- उपसर्ग
- प्रत्यय।
- संधि और समास
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- विशेष्य
- अव्यय
- वाक्यांश के लिए एक शब्द
- शब्द शुद्धि।
- 2 एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न:
- रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना
- वचन
- काल
- लिंग ज्ञात करना
- दिए गए शब्दों का वचन काल और
- लिंग बदलना
- राजस्थानी शब्दों के हिन्दी रूप
- वाक्य रचना
- वाक्य के अंग
- वाक्य के प्रकार
- पदबंध
- मुहावरे और लोकोक्तियां
- विराम चिन्ह
- भाषा की शिक्षण विधि
- भाषा शिक्षण के उपागम
- भाषा दक्षता का विकास
- भाषायी कौशलों का विकास:
- सुनना
- बोलना
- पढ़ना
- लिखना
- हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियां
- शिक्षण अधिगम।
- सामग्री
- पाठ्य पुस्तक
- बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन।
- भाषा शिक्षण में मूल्यांकन
- उपलब्धि परीक्षण का निर्माण
- समग्र एवं सतत् मूल्यांकन
- उपचारात्मक शिक्षण।
(खंड -IV – (अ) गणित और विज्ञान)
- (गणित)
- घातांक:
- समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम।
- बीजीय व्यंजक:
- बीजीय व्यंजकों का योग
- व्यवकलन
- गुणा एवं भाग
- सर्वसमिकाएं।
- गुणनखण्ड:
- सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड।
- समीकरण:
- सरल एकघातीय समीकरण ।
- वर्ग और वर्गमूल
- घन और घनमूल
- ब्याज:
- सरल ब्याज
- चक्रवृद्धि ब्याज
- लाभ-हानि
- अनुपात एवं समानुपात:
- समानुपाती भागों में विभाजन
- भिन्न
- प्रतिशतता
- जन्म व मृत्यु दर
- जनसंख्या वृद्धि
- हास
- रेखा तथा कोण
- रेखा खण्ड
- सरल एवं वक्र रेखाएं
- कोणों के प्रकार।
- समतलीय आकृतियाँ:
- त्रिभुज
- त्रिभुजों की सर्वांगसमता
- चतुर्भुज तथा वृत्त
- बहुभुज।
- समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप:
- त्रिभुज
- आयत
- समान्तर चतुर्भुज
- समलम्ब चतुर्भुज
- पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन:
- घन
- घनाभ
- लम्बवृत्तीय बेलन
- सांख्यिकी:
- आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण
- बारम्बारता बंटन सारिणी
- मिलान चिहन
- स्तम्भ (बार) लेखाचित्र
- आयत लेखाचित्र
- वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र)
- लेखाचित्र (ग्राफ):
- विभिन्न प्रकार के लेखाचित्र प्रायिकता
- गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति
- पाठयक्रम में गणित की महत्ता
- गणित की भाषा
- सामुदायिक गणित
- मूल्यांकन
- उपचारात्मक शिक्षण
- शिक्षण की समस्याएं।
(विज्ञान)
- सजीव एवं निर्जीव:
- परिचय
- अन्तर एवं लक्षण
- सूक्ष्म जीवः
- जीवाणु
- वायरस
- कवक: लाभकारी एवं अलाभकारी
- सजीव:
- पौधे के प्रकार एवं विभिन्न भाग
- पादपों में पोषण
- श्वसन एवं उत्सर्जन
- पादप और जंतु कोशिकाओं की संरचना और कार्य कोशिका विभाजन
- मानव शरीर एवं स्वास्थ्य:
- सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग:
- क्षय रोग
- खसरा
- डिप्थीरिया
- हैजा
- टाइफाइड
- रोगों से बचाव के उपाय
- मानव शरीर के विभिन्न तंत्र
- संक्रामक रोग:
- रोग फैलने के कारण और बचाव
- भोजन के स्त्रोत
- भोजन के प्रमुख अवयव
- इनकी कमी से होने वाले रोग
- संतुलित भोजन
- जन्तु प्रजनन एवं किशोरावस्था:
- जनन की विधियाँ
- लैंगिक एवं अलैंगिक
- किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ
- शारीरिक परिवर्तन
- जनन में हार्मोन्स की भूमिका
- जननात्मक स्वास्थ्य
- यांत्रिकी:
- बल एवं गति
- बलों के प्रकार:
- पेशीय बल
- घर्षण बल
- गुरूत्व बल
- चुम्बकीय बल
- स्थिर वैद्युत बल आदि।
- गति के प्रकार:
- रेखीय
- वृत्ताकार
- कम्पन
- आवर्त एवं घूर्णन गति।
- दाब
- वायुमण्डलीय दाब
- उत्प्लावन बल
- कार्य एवं ऊर्जा
- ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत
- ऊर्जा संरक्षण
- ताप एवं ऊष्मा:
- ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय
- तापमापी
- ऊष्मा संचरण।
- प्रकाश एवं ध्वनि:
- प्रकाश के स्रोत
- प्रकाश का परावर्तन
- गोलीय दर्पण
- समतल दर्पण
- गोलीय दर्पण से प्रतिबिम्ब बनना
- प्रकाश का अपवर्तन
- लैंस एवं लैंस से प्रतिबिम्ब का निर्माण
- ध्वनि
- ध्वनि के अभिलक्षण
- ध्वनि संचरण
- ध्वनि प्रदूषण।
- विद्युत एवं चुंबकत्व:
- विद्युत धारा
- विद्युत परिपथ
- विद्युत धारा के ऊष्मीय
- चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव
- चुंबक एवं चुंबकत्व।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:
- दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व
- संश्लेषिक रेशे तथा प्लास्टिक:
- संश्लेषिक रेशों के गुणधर्म एवं प्रकार
- प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म
- प्लास्टिक एवं पर्यावरण
- डिटर्जेंट
- सीमेंट आदि
- चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:
- एक्स किरण
- सी.टी. स्कैन
- शल्य चिकित्सा
- अल्ट्रासाउण्ड
- लेजर किरणें
- दूरसंचार के क्षेत्र में फैक्स मशीन
- कम्प्यूटर
- इन्टरनेट
- ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी
- सौर मण्डल:
- चन्द्रमा एवं तारे
- सौर परिवार-सूर्य एवं ग्रह
- धूमकेतु
- तारामण्डल
- पदार्थ की संरचना:
- परमाणु एवं अणु
- परमाणु की संरचना
- तत्व
- यौगिक और मिश्रण
- मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण
- तत्वों के प्रतीक
- यौगिकों के रासायनिक सूत्र
- रासायनिक समीकरण
- भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन
- रासायनिक पदार्थ:
- ऑक्साइड्स
- हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन
- हाइड्रोकार्बन की सामान्य जानकारी
- अम्ल, क्षार और लवण
- ऑक्सीजन गैस
- नाइट्रोजन गैस
- नाइट्रोजन चक्र
- कोयला
- पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस।
- कृषि प्रबंधन:
- कृषि पद्धतियाँ
- फसलों के प्रकार व उदाहरण
- विज्ञान की संरचना एवं प्रकृति
- प्राकृतिक विज्ञान:
- लक्ष्य एवं उद्देश्य
- प्राकृतिक संसाधन
- पर्यावरण
- प्रदूषण व नियन्त्रण
- जैव विविधता
- अनुकूलन
- कचरा प्रबंधन
- जैव विकास
- विज्ञान को समझना
- विज्ञान की शिक्षण विधियाँ
- नवाचार:
- पाठ्य सामग्री
- सहायक सामग्री
- मूल्यांकन समस्याएं
- उपचारात्मक शिक्षण इत्यादि।
(खंड -IV – B सामाजिक अध्ययन):
- भारतीय सभ्यता
- संस्कृति एवं समाज:
- सिन्धु घाटी सभ्यता
- संस्कृति
- जैन व बौद्ध धर्म
- महाजनपदकाल
- मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य
- गुप्तोत्तर काल:
- राजनीतिक इतिहास और प्रशासन
- भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान
- भारत 600-1000 ईस्वी.
- वृहत्तर भारत
- मध्यकाल एवं आधुनिक काल:
- भक्ति और सूफी आन्दोलन
- मुगल राजपूत संबंध:
- मुगल प्रशासन
- भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति
- 1857 का विद्रोह
- भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव
- पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार
- भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)
- भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र:
- भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषताएं
- उद्देशिका
- मूल अधिकार एवं मूल कर्त्तव्य
- सामाजिक न्याय
- बाल अधिकार व बाल संरक्षण
- लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता
- सरकार: गठन एवं कार्य
- संसद:
- राष्ट्रपति
- प्रधानमंत्री एवं
- मंत्रिपरिषद
- उच्चतम न्यायालय
- राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीय
- स्व-शासन:
- राजस्थान के विशेष संदर्भ में
- जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था
- पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण:
- सौर मण्डल
- अक्षांश
- देशान्तर
- पृथ्वी की गतियां
- वायुदाब एवं पवनें
- चक्रवात एवं प्रति चक्रवात
- महासागरीय परिसंचरण
- ज्वालामुखी
- भूकम्प
- पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान
- भारत का भूगोल एवं संसाधन:
- भू-आकृतिक
- प्रदेश
- जलवायु
- प्राकृतिक वनस्पति
- वन्य जीवन
- बहुउद्देशीय
- नदी घाटी परियोजनाएँ
- मृदा
- कृषि फसलें
- उद्योग
- खनिज
- परिवहन
- जनसंख्या
- मानव संसाधन
- विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
- राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन:
- भौतिक प्रदेश
- जलवायु एवं अपवाह प्रणाली
- झीले
- मृदा जल-संरक्षण एवं संग्रहण
- कृषि फसलें
- खनिज एवं ऊर्जा संसाधन
- राजस्थान की प्रमुख नहरें
- नदी घाटी परियोजनाएं
- परिवहन
- उद्योग एवं जनसंख्या
- पर्यटन स्थल
- वन एवं वन्य जीवन।
- राजस्थान का इतिहास:
- प्राचीन सभ्यताएं एवं जनपद
- राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास
- 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान
- राजस्थान में प्रजामण्डल जनजातीय
- किसान आंदोलन
- राजस्थान का एकीकरण
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व
- राजस्थान की कला व संस्कृति:
- राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक)
- राजस्थान के मेले
- त्योहार एवं लोक कलाएं
- राजस्थान की चित्रकला
- राजस्थान के लोक नृत्य एवं लोक नाट्य
- लोक देवता
- लोक संत
- लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र
- राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला
- राजस्थान की वेशभुषा
- आभूषण राजस्थान की भाषा एवं साहित्य।
- शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-I:
- सामाजिक विज्ञान
- सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति, कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ
- क्रियाकलाप एवं विचार विमर्श
- सामाजिक विज्ञान
- सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएं, समालोचनात्मक चिन्तन का विकास।
- शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-॥:
- पृच्छा
- आनुभाविक साक्ष्य
- शिक्षण अधिगम सामग्री
- सहायक सामग्री
- सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी प्रायोजना कार्य
- सीखने के प्रतिफल
- मूल्यांकन इत्यादि।
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Rajasthan REET Syllabus 2024 – FAQ,s
27 फरवरी को राजस्थान REET Exam 2025 दो बार होगा।
Reet Exam 2025 में गोले खाली छोड़ने या गलत उत्तर देने पर भी नकारात्मक अंकन नहीं दिया जाएगा।
1 thought on “Rajasthan REET Syllabus 2024 की पहली और दूसरी श्रेणी राजस्थान रीट के नवीनतम लेवल 1 और 2 सिलेबस डाउनलोड करें यहाँ से।”